हरियाणा रोडवेज वर्कशॉप का क्लर्क 1 करोड़ से ज्यादा के घोटाले के केस में गिरफ्तार
-2017 में दी गई थी शिकायत..2018 में जनरल मैनेजर की शिकायत पर हुआ था केस
चंडीगढ़, 1 मार्च : इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित हरियाणा रोडवेज वर्कशॉप के पूर्व क्लर्क को पुलिस ने 1 करोड़ से ज्यादा के घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी क्लर्क की पहचान संजय कुमार के रूप में हुई है। आरोपी ने बड़ी चालाकी से बिलों की भुगतान किसी और कंपनियों में करना शुरू कर दिया था जबकि उन कंपनियों का कोई लेना-देना नहीं था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी है।
3 अगस्त 2017 को चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित हरियाणा रोडवेज वर्कशॉप के जनरल मैनेजर आर.के गोयल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि कंद्रीय कर्मशाला, करनाल व इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन, गुड़गांव की तरफ से बिलों की अदायगी के संबंध में पत्र प्राप्त हुए थे। जिसमें उन कार्यालयों द्वारा दिए गए सामान के बिलों के अदायगी में काफी देरी हो गई के बारे में लिखा गया था। बिलों का भुगतान न होने के चलते हरियाणा रोडवेज वर्कशॉप ने लेखा अधिकारी व अनुभाग अधिकारी की एक कमेटी बनाई गई थी और जांच के दौरान पता चला कि तत्कालीन क्लर्क संजय कुमार ने उक्त कार्यालयों को अदायगी के बजाए कई बिलों को जोड़-तोड़ कर कई अन्य फर्म में अदायगी करवा दी गई। जांच पड़ताल में यह भी सामने आया कि कि अलग-अलग फर्जी फर्मो के खातों में कुल 1 करोड़ 9 लाख 3 हजार 19 रुपयों की अदायगी करवा दी गई जबकि उन कंपनियों का इस कार्यालय से कोई भी संबंध नहीं था और न ही कोई अदायगी की जानी थी। यह भी बताया गया कि उक्त 1 करोड़ से ज्यादा की राशि राहुल ट्रैक्टर्स, शिवा इंटरप्राईसिज, बाला जी इंटरप्राईसिज, गैरिक इंटरप्राईसिज, क्लासिक प्रिंटर्स व क्लासिक स्पेयर पार्ट्स के खातों में डलवाई गई थी। जांच रिपोर्ट जमा करवाने के बाद इंडस्ट्रियल एरिया थाने में 5 अक्तूबर-2018 को आरोपी संजय कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 420,409,120-बी के तहत केस दर्ज किया गया था। केस दर्ज होते ही आरोपी वहां से फरार हो गया था। इस मामले को सुलझाने का जिम्मा आर्थिक अपराध शाखा को दिया गया था। पुलिस टीम ने जब जाकर आरोपी संजय को गिरफ्तार किया और पुलिस की उससे लगातार पूछताछ जारी है कि आखिर उसने हेरफेर क्यों और किसके कहने पर की।