चंडीगढ़

हवलदार रणदीप राणा की गुंडागर्दी का एक और कारनामा आया सामने, सीबीआई कार्यालय पहुंचा एक शख्स, पुलिस विभाग ने एएसआई व हवलदार को किया सस्पैंड

चंडीगढ़, 23 मार्च: झूठे रेप के केस में फंसाने की साजिश रच कर सैक्टर-11 थाने के हवलदार राणदीप सिंह राणा व सैक्टर-24 चौकी के एएसआई वरिन्द्र राणा को गिरफ्तार करने के बाद सीबीआई कार्यालय में वीरवार को एक और शिकायतकर्ता आ पहुंचा, जिसने सीबीआई कर्मियों को बताया कि हवलदार राणदीप राणा ने गुंडागर्दी करते हुए उनका एक्टिवा वापस नहीं किया, जबकि उन्होंने उसके पास एक्टिवा गिरवी रखा था। शिकायतकर्ता ने कहा कि उसको उन्होंने पूरा ब्याज भी दिया। इसके बावजूद वह एक्टिवा नहीं दे रहा। हालांकि तीन बार शिकायत पुलिस विभाग को दी जा चुकी है, लेकिन पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई के बजाए उसका ही साथ दे रही है। उधर सीबीआई की ओर से 21 मार्च को गिरफ्तारी के बाद 23 मार्च को पुलिस विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सीबीआई द्वारा एएसआई वरिन्द्र राणा व राणदीप सिंह राणा के खिलाफ दर्ज केस के बाद दोनों को विभाग से सस्पैंड कर इन आरोपियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। अगर यह दोनों पुलिसकर्मी जांच में दोषी पाए जाते हैं, तो पुलिस अगली कार्रवाई भी करेगी।

सूत्रों की मानें तो मलोया निवासी नरिन्द्र व उसकी पत्नी ने हवलदार रणदीप राणा के खिलाफ पुलिस अधिकारियों को शिकायत दी थी कि उन्होंने उसके पास अपना एक्टिवा रखा था और पूरा मूल व ब्याज देने के बावजूद वह उनको एक्टिवा नहीं दे रहा। दंपति ने तीन बार पुलिस अधिकारियों को शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लेकिन अब सीबीआई को 15 मार्च को दी शिकायत में धनास के रहने वाले रंजीत सिंह ने बताया था कि  सैक्टर-11 थाने में तैनात हैड कांस्टेबल रणदीप सिंह राणा पहले उसके घर में बतौर किराएदार रहता था। वह व्हाट्स एप कॉल कर बार-बार कह रहा है कि उसके खिलाफ रेप की शिकायत आई है। इसी एवज में उसने उससे 20 हजार की रिश्वत मांगी थी। रंजीत के अनुसार उसने तो ऐसा कोई गलत काम नहीं किया, लेकिन उसके दबाव में आने के बाद उसने रणदीप को 10 मार्च को धनास में 10 हजार रुपए दे दिए थे। बाकी के दस हजार रुपए वह एएसआई वरिन्द्र राणा के नाम के मांग रहा था। इसी बीच उसने उसे बार-बार सैक्टर-24 की पुलिस चौकी में बुलाकर दबाव बनाया। 17 मार्च को वह शाम करीब 6.35 पर धनास आया और रेप केस से बाहर निकलाने के लिए 1 लाख रुपए और मांगने लगा, लेकिन उसने कहा कि वह 50 हजार ही दे सकता है और बाकी के 50 हजार वह अगले माह में देगा। सीबीआई ने 15 मार्च को मिली शिकायत के बाद रिकार्डर में पुलिस मुलाजिमों व शिकायतकर्ता की रिकॉर्डिग भी भी करवाई, जो सीबीआई के पास मौजूद है। सीबीआई ने रंजीत को उन पुलिस मुलाजिमों को 50 हजार रु  पए रिश्वत देने के लिए 21 मार्च को कहा था। वहीं सीबीआई ने ट्रैप लगाया हुआ था। सीबीआई की टीम ने एएसआई वरिन्द्र राणा व हैड कांस्टेबल रणदीप सिंह राणा को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी सीबीआई रिमांड पर है, जिसे सीबीआई की टीम आज दोबारा से कोर्ट में पेश करेगी।

एक्टिवा वापस न करने की शिकायत पर भेजा था पीपी-24

सूत्रों की मानें तो नरिन्द्र नाम के शख्स ने जब एक्टिवा वापस न किए जाने की शिकायत पुलिस अधिकारियों को दी थी, तो पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाए उसकी बदली सैक्टर-11 थाने से सैक्टर-24 पुलिस पोस्ट (पीपी) में कर दी थी, लेकिन वहां भी उसने उत्पात मचाना शुरू कर दिया था और लोगों को धमकाने लगा था, जिसके चलते कुछ ही दिन बाद उसकी बदली वापस सैक्टर-11 थाने में कर दी गई थी।

एसएचओ के सामने कहा, एक्टिवा क्या नट तक नहीं दूंगा

नरिन्द्र ने कहा कि जब उन्होंने पुलिस अधिकारियों को रणदीप राणा के खिलाफ शिकायत दी थी तो उसकी शिकायत की जांच सैक्टर-11 थाने को सौंपी गई थी, लेकिन नरिन्द्र ने कहा कि रणदीप राणा ने गुंडागर्दी दिखाते हुए एसएचओ के समाने उसे यह तक कह डाला था कि उसने उसकी शिकायत दी है न, अब तो वह एक्टिवा तो दूर की बात, वह एक्टिवा का नट तक नहीं देगा।

रिमांड के दौरान सीबीआई की पूछताछ जारी

सीबीआई ने आरोपी एएसआई वरिन्द्र राणा व हवलदार राणदीप सिंह राणा का दो दिन का रिमांड हासिल किया था। रिमांड के दौरान सीबीआई दोनों से उस झूठे रेप केस के बारे में लगातार पूछताछ कर रही है। साथ ही आरोपियों के घरों में भी छापेमारी की जा रही है। सैक्टर-11 थाने व सैक्टर-24 चौकी में भी सीबीआई आरोपियों का रिकॉर्ड खंगाल रही है।

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